नई दिल्ली (UNA) : राजधानी दिल्ली में वायु गुणवत्ता एक बार फिर गंभीर स्तर के करीब पहुंच गई है, जिसके बाद सरकार ने प्रदूषण नियंत्रण को लेकर तत्काल सख्त कदम उठाए हैं। प्रशासन ने खुले में कूड़ा-कचरा जलाने पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने के साथ-साथ होटल, रेस्टोरेंट और ढाबों में तंदूर के लिए कोयले के उपयोग को भी बैन कर दिया है। इसे लेकर निगरानी बढ़ा दी गई है और उल्लंघन करने वालों पर ₹5,000 का जुर्माना लगाया जाएगा।
प्रदूषण विभाग का कहना है कि सर्दियों में तापमान गिरने और हवा की गति धीमी होने से प्रदूषक जमीन के पास जमा हो जाते हैं, जिससे AQI तेजी से खराब होता है। ऐसे में ओपन बर्निंग को रोकना बेहद जरूरी है क्योंकि यह शहर के प्रदूषण स्तर में बड़ा योगदान देता है।
सरकार ने क्षेत्रीय अधिकारियों को गश्त बढ़ाने, ढाबों और रेस्टोरेंट्स में वैकल्पिक ईंधन के उपयोग को सुनिश्चित करने और नागरिकों को जागरूक करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही, लोगों से अपील की गई है कि वे प्रदूषण फैलाने वाली गतिविधियों की शिकायत पोर्टल और हेल्पलाइन पर दर्ज कराएं। - UNA















