ईरान के दक्षिण-पूर्वी क्षेत्र में न्यायालय भवन पर आतंकी हमला, कम से कम 8 की मौत26 Jul 25

ईरान के दक्षिण-पूर्वी क्षेत्र में न्यायालय भवन पर आतंकी हमला, कम से कम 8 की मौत

ईरान के दक्षिण-पूर्वी प्रांत में स्थित एक न्यायालय भवन पर हुए भीषण आतंकी हमले में कम से कम आठ लोगों की मौत हो गई है। ईरानी राज्य मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार यह हमला एक सुनियोजित आतंकी वारदात थी, जो इस संवेदनशील सीमावर्ती क्षेत्र में जारी सुरक्षा चुनौतियों को एक बार फिर उजागर करती है। यह क्षेत्र पहले भी आतंकवाद और विद्रोही गतिविधियों का केंद्र रहा है। हमले के बाद सुरक्षाबलों ने इलाके को घेर लिया है और जांच एजेंसियां घटना की तह तक जाने की कोशिश में जुटी हैं। इस हमले से देशभर में दहशत का माहौल है और राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसियों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। फिलहाल किसी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है, लेकिन शुरुआती संकेत चरमपंथी गुटों की ओर इशारा कर रहे हैं।

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26 Jul 25

अमेरिका-पाकिस्तान व्यापार समझौता 'कुछ ही दिन दूर'? इस्लामाबाद आशावादी, वॉशिंगटन चुप

पाकिस्तान सरकार ने दावा किया है कि अमेरिका के साथ एक महत्वपूर्ण व्यापार और निवेश समझौता "कुछ ही दिनों में" साइन होने वाला है। इस घोषणा के साथ पाकिस्तान को अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवित करने की उम्मीदें बंध गई हैं, जो इस समय मुद्रास्फीति, विदेशी कर्ज और निवेश की कमी जैसे गंभीर आर्थिक संकटों से जूझ रही है। हालांकि इस्लामाबाद के इस आत्मविश्वासपूर्ण बयान पर वॉशिंगटन की ओर से कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं आई है। अमेरिकी अधिकारियों ने अब तक समझौते की समय-सीमा पर चुप्पी साध रखी है, जिससे इस दावे की गंभीरता और सटीकता पर सवाल उठ रहे हैं।जहां पाकिस्तान इस संभावित समझौते को लेकर आशावादी माहौल बना रहा है, वहीं अमेरिका की चुप्पी ने राजनयिक और आर्थिक विश्लेषकों को सतर्क कर दिया है। अब सबकी निगाहें इस पर टिकी हैं कि क्या यह समझौता वास्तव में कुछ ही दिनों में सामने आएगा, या फिर यह राजनीतिक रणनीति का हिस्सा मात्र है।

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चीन दौरे पर जनरल मुनीर की कूटनीतिक चाल: अमेरिका-चीन के बीच संतुलन साधता पाकिस्तान25 Jul 25

चीन दौरे पर जनरल मुनीर की कूटनीतिक चाल: अमेरिका-चीन के बीच संतुलन साधता पाकिस्तान

पाकिस्तान के सेनाध्यक्ष जनरल असीम मुनीर ने इस सप्ताह चीन का एक महत्वपूर्ण दौरा पूरा किया, जहां उन्होंने शीर्ष चीनी नेताओं से कई अहम बैठकें कीं। यह यात्रा ऐसे समय पर हुई जब हाल ही में उन्होंने अमेरिका का भी दौरा किया था, जो यह दर्शाती है कि पाकिस्तान चीन और अमेरिका दोनों के साथ संतुलन बनाए रखने की रणनीति अपना रहा है। जनरल मुनीर ने चीनी उपराष्ट्रपति हान झेंग और विदेश मंत्री वांग यी से मुलाकात की। बातचीत में चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (CPEC) की प्रगति, आंचलिक सुरक्षा, और साझा रणनीतिक हितों पर जोर दिया गया। खासतौर से, चीन के कर्मचारियों की सुरक्षा को लेकर पाकिस्तान की प्रतिबद्धता को दोहराया गया, जो CPEC परियोजनाओं की निरंतरता के लिए बेहद जरूरी है। इस दौरे ने चीन-पाकिस्तान के रक्षा सहयोग, सैन्य अभ्यास, और तकनीकी आदान-प्रदान जैसे क्षेत्रों में भी भरोसे को और मजबूत किया है। अफगानिस्तान की बदलती स्थिति के बीच, आंचलिक स्थिरता बनाए रखने के लिए दोनों देशों का मिलकर काम करने का संकल्प स्पष्ट रूप से सामने आया।

ईरान ने दिखाई परमाणु वार्ता की सशर्त इच्छा, अमेरिका से कहा – "विश्वास बहाल करें"25 Jul 25

ईरान ने दिखाई परमाणु वार्ता की सशर्त इच्छा, अमेरिका से कहा – "विश्वास बहाल करें"

ईरान ने अपने परमाणु कार्यक्रम को लेकर अमेरिका के साथ फिर से बातचीत शुरू करने का संकेत दिया है, लेकिन इसके लिए एक स्पष्ट शर्त भी रखी है – अमेरिका को पहले विश्वास बहाल करने के ठोस कदम उठाने होंगे। ईरान के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा कि वॉशिंगटन के पिछले फैसलों, जैसे परमाणु समझौते से एकतरफा हटना और प्रतिबंधों को फिर से लागू करना, ने दोनों देशों के बीच विश्वास की खाई पैदा की है। उन्होंने दोटूक कहा कि अगर अमेरिका "ईमानदारी से बातचीत" चाहता है, तो उसे सबसे पहले "अपने पुराने रवैये की भरपाई" करनी होगी। इस बयान को विश्लेषक एक कूटनीतिक नरमी के रूप में देख रहे हैं, जो आने वाले समय में संभावित वार्ताओं का मार्ग प्रशस्त कर सकता है – लेकिन बशर्ते अमेरिका पहल करे।

"पाक इतिहास की सबसे सख्त सजा भुगत रहा हूं": जेल से इमरान खान का आरोप25 Jul 25

"पाक इतिहास की सबसे सख्त सजा भुगत रहा हूं": जेल से इमरान खान का आरोप

पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने अटक जेल से एक सनसनीखेज आरोप लगाते हुए कहा है कि वह देश के इतिहास की "सबसे कठोर सजा" झेल रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि जेल में उनके साथ अमानवीय व्यवहार हो रहा है और उन्हें बुनियादी सुविधाओं से वंचित किया गया है। इमरान खान का कहना है कि उन्हें न तो सही खाना मिल रहा है और न ही स्वास्थ्य सुविधाएं। उनके मुताबिक, उन्हें राजनीतिक बदले की भावना से टारगेट किया जा रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि उनका हौसला कमजोर नहीं पड़ा है, लेकिन जो कुछ उनके साथ हो रहा है, वह "न्याय का अपमान" है। पाकिस्तान की सियासत में पहले से ही गर्म माहौल इस बयान के बाद और भड़क गया है। उनके समर्थक इसे सरकार और सैन्य प्रतिष्ठान की प्रतिशोध की राजनीति बता रहे हैं।

ट्रंप ने बदली टोन, एलन मस्क को दी शुभकामनाएं; लंबे वक्त बाद रिश्तों में नरमी25 Jul 25

ट्रंप ने बदली टोन, एलन मस्क को दी शुभकामनाएं; लंबे वक्त बाद रिश्तों में नरमी

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने टेस्ला और एक्स (पूर्व ट्विटर) के सीईओ एलन मस्क को लेकर अपने रुख में चौंकाने वाला बदलाव किया है। ट्रंप ने मस्क को "समृद्धि की शुभकामनाएं" देते हुए संकेत दिए हैं कि दोनों के बीच चला आ रहा सार्वजनिक टकराव अब खत्म हो सकता है। राजनीतिक और टेक जगत के पर्यवेक्षक इसे ट्रंप का यू-टर्न मान रहे हैं। पहले जहां ट्रंप मस्क की नीतियों और बयानों की खुलकर आलोचना करते थे, वहीं अब वह दोस्ताना रुख अपनाते नजर आ रहे हैं। इस घटनाक्रम को आगामी अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव से पहले की रणनीतिक नरमी के रूप में देखा जा रहा है, जिससे दोनों प्रभावशाली हस्तियों के बीच संभावित सहयोग के संकेत मिल सकते हैं।

ऑस्ट्रेलिया के एडिलेड में भारतीय छात्र पर नस्लीय हमला, एक आरोपी गिरफ्तार23 Jul 25

ऑस्ट्रेलिया के एडिलेड में भारतीय छात्र पर नस्लीय हमला, एक आरोपी गिरफ्तार

एक भारतीय छात्र पर नस्लीय हमला होने की खबर ने प्रवासी भारतीय समुदाय को झकझोर कर रख दिया है। यह हमला एडिलेड के प्रमुख इलाके में हुआ, जहां एक समूह ने छात्र पर हमला कर उसे बुरी तरह पीट दिया। स्थानीय पुलिस ने इसे नस्लीय नफरत से प्रेरित अपराध मानते हुए जांच शुरू कर दी है और एक आरोपी को गिरफ्तार भी किया गया है। इस घटना ने ऑस्ट्रेलिया में अंतरराष्ट्रीय छात्रों की सुरक्षा और नस्लीय भेदभाव पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। भारतीय समुदाय और छात्र संगठनों ने घटना की कड़ी निंदा करते हुए त्वरित न्याय और ठोस कार्रवाई की मांग की है।

बिजली की तबाही: हर साल अरबों का नुकसान और करोड़ों पेड़ों पर असर23 Jul 25

बिजली की तबाही: हर साल अरबों का नुकसान और करोड़ों पेड़ों पर असर

दुनियाभर में बिजली गिरना प्राकृतिक शक्ति का अद्भुत नज़ारा जरूर हो सकता है, लेकिन इसका विनाशकारी असर बहुत गंभीर होता है। हर साल अरबों डॉलर की संपत्ति नष्ट, हजारों लोगों की जान को खतरा और दुनियाभर में करोड़ों पेड़ इसकी चपेट में आते हैं। यह मौसमी घटना सिर्फ पर्यावरण ही नहीं, बल्कि आर्थिक और मानवीय दृष्टिकोण से भी भारी नुकसान पहुंचाती है। विशेषज्ञों के अनुसार, जलवायु परिवर्तन के चलते भविष्य में बिजली गिरने की घटनाओं में और वृद्धि हो सकती है, जिससे वैश्विक स्तर पर सुरक्षा, वन संरक्षण और आपदा प्रबंधन के लिए नई चुनौतियां खड़ी हो रही हैं।

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30 Jul 2025