
HDFC बैंक विवादों में घिरा, वायरल ऑडियो में सैनिक से अभद्रता पर भड़का जनाक्रोश
एचडीएफसी बैंक एक बड़े विवाद में फँस गया है, जब सोशल मीडिया पर एक ऑडियो क्लिप वायरल हुई जिसमें कथित तौर पर बैंक का एक कर्मचारी भारतीय सेना के एक जवान से लोन विवाद को लेकर अभद्र भाषा में बात करता सुनाई दे रहा है। यह ऑडियो रिकॉर्डिंग X (पहले ट्विटर), व्हाट्सऐप और अन्य प्लेटफ़ॉर्म्स पर तेज़ी से फैल गई, जिसके बाद नागरिकों में भारी आक्रोश फैल गया है। लोगों का कहना है कि सैनिकों के साथ इस तरह का व्यवहार अस्वीकार्य है और बैंक को तत्काल कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। सोशल मीडिया पर बड़ी संख्या में लोग बैंक की निंदा कर रहे हैं और संबंधित कर्मचारी के खिलाफ सख्त कदम उठाने की मांग कर रहे हैं। यह मामला केवल बैंक की छवि पर सवाल नहीं खड़ा कर रहा बल्कि सेना के जवानों के सम्मान और नागरिक भावनाओं से भी जुड़ गया है।
Read moreMore news

सऊदी अरब–पाकिस्तान रक्षा समझौते पर भारत का सतर्क रुख
सऊदी अरब और पाकिस्तान के बीच इस सप्ताह हुए नए रक्षा सहयोग समझौते पर भारत ने सतर्क रुख अपनाया है। भारत ने साफ किया है कि वह इस समझौते की बारीकी से समीक्षा करेगा और इसके राष्ट्रीय सुरक्षा पर संभावित प्रभावों का गहन अध्ययन करेगा। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रंधीर जैसवाल ने गुरुवार को मीडिया से बातचीत में पुष्टि की कि नई दिल्ली इस विकास से अवगत है। उन्होंने कहा, “हमने इस समझौते से जुड़ी खबरों को नोट किया है। यह एक ऐसा विषय है, जिस पर कुछ समय से विचार चल रहा था। हम इसके विषय-वस्तु और इसके हमारे राष्ट्रीय सुरक्षा हितों पर असर का अध्ययन करेंगे।” भारत का यह सतर्क रवैया इस बात को दर्शाता है कि क्षेत्रीय समीकरणों में हो रहे बदलावों पर नज़र रखते हुए नई दिल्ली किसी भी संभावित चुनौती के लिए तैयार रहना चाहती है।

केरल कांग्रेस के सोशल मीडिया प्रमुख ने ‘बीड़ी-बिहार’ ट्वीट विवाद के बाद इस्तीफा दिया
तिरुवनंतपुरम में केरल कांग्रेस के सोशल मीडिया प्रमुख ने इस्तीफा दे दिया है, बाद में उनके द्वारा किए गए एक ट्वीट ने विवाद खड़ा कर दिया। इस ट्वीट में बीड़ी—जो कि एक प्रकार की हाथ से लिपी जाने वाली सिगरेट है—को बिहार राज्य से जोड़ा गया था, जिसे संवेदनशीलता और रूढ़िवादी दृष्टिकोण के खिलाफ आलोचना का सामना करना पड़ा। इस विवाद ने राजनीतिक पार्टियों में भी तीखी प्रतिक्रिया पैदा की, जिसमें कांग्रेस के प्रमुख सहयोगी, राष्ट्रीय जनता दल (RJD) भी शामिल हैं। सोशल मीडिया पर यह घटना चर्चा का विषय बनी रही और यह सवाल उठाती है कि डिजिटल प्लेटफॉर्म पर सांस्कृतिक और सामाजिक संवेदनाओं का कितना ध्यान रखा जाना चाहिए।

बिहार में मतदाता सूची संशोधन अंतिम चरण में, बड़े पैमाने पर नाम हटने पर उठे सवाल
बिहार में मतदाता सूची का विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण अब अंतिम दौर में पहुँच चुका है। चुनाव आयोग इसे “शुद्धिकरण अभियान” बता रहा है, जिसके तहत मृतक, डुप्लीकेट और स्थायी रूप से अन्यत्र चले गए मतदाताओं के नाम सूची से हटाए जा रहे हैं। इस प्रक्रिया से जहाँ एक ओर सूची को अधिक सटीक और पारदर्शी बनाने का दावा किया जा रहा है, वहीं दूसरी ओर बड़ी संख्या में नामों के विलोपन ने आशंकाएँ भी बढ़ा दी हैं। आलोचकों का मानना है कि इस सफाई अभियान में पात्र और वास्तविक मतदाता भी सूची से बाहर हो सकते हैं, जिससे आगामी चुनावों पर असर पड़ने की संभावना है।

पचास साल बाद मराठवाड़ा में गूंजा बाघ का गर्जन, 450 किलोमीटर पैदल चलकर बनाया नया ठिकाना
मराठवाड़ा की धरती पर पचास साल बाद फिर से बाघ का आगमन हुआ है। विदर्भ के टिपेश्वर वन्यजीव अभयारण्य से एक युवा नर बाघ लगभग 450 किलोमीटर लंबी कठिन यात्रा तय कर धर्माशिव ज़िले के येडशी रामलिंग घाट वन्यजीव अभयारण्य तक पहुँचा है। स्थानीय लोग अब इस बाघ को प्यार से “रामलिंग” नाम से पुकार रहे हैं। यह सफर न केवल बाघ की साहसिक प्रवृत्ति को दर्शाता है, बल्कि यह इस क्षेत्र के पर्यावरणीय महत्व और जैव विविधता की समृद्धि का भी प्रतीक है। आधी सदी से वीरान पड़ी इस धरती पर बाघ का लौटना यहाँ के जंगलों और वन्यजीव संरक्षण प्रयासों के लिए एक नई उम्मीद की किरण लेकर आया है।

असम में सीएए के तहत अब तक केवल तीन को नागरिकता, नौ आवेदनों पर विचार जारी: मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने खुलासा किया है कि नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) लागू होने के बाद अब तक राज्य में सिर्फ तीन लोगों को भारतीय नागरिकता प्रदान की गई है, जबकि नौ और आवेदन समीक्षा के चरण में हैं। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि सीएए को लेकर फैली आशंकाएँ बेबुनियाद हैं। उन्होंने कहा, “अफवाह थी कि लाखों लोग आवेदन करेंगे, लेकिन हकीकत यह है कि संख्या बहुत ही कम है।” सरमा ने जोर देकर कहा कि इस कानून से राज्य में विदेशी नागरिकों की भारी आमद का डर निराधार है और वास्तविकता इससे बिलकुल अलग है।

बिहार चुनावी सरगर्मी: विपक्षी गठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर अहम मंथन
लोकसभा चुनाव जैसे-जैसे नज़दीक आ रहे हैं, बिहार की राजनीति में हलचल तेज़ होती जा रही है। राष्ट्रीय स्तर पर बने गठबंधन आई.एन.डी.आई.ए. ब्लॉक का हिस्सा रहे राज्य के विपक्षी दल अब सीट बंटवारे की जटिल प्रक्रिया को अंतिम रूप देने के लिए गहन बातचीत कर रहे हैं। इन चर्चाओं की अगुवाई राष्ट्रीय जनता दल (राजद) कर रहा है, और यह प्रक्रिया तेज़स्वी यादव की सफल ‘वोटर अधिकार यात्रा’ के बाद और भी तेज़ हो गई है। इस यात्रा ने न केवल विपक्षी समर्थकों में नई ऊर्जा भरी, बल्कि ग्रामीण इलाकों में पार्टी की पकड़ को और मज़बूत किया। अब गठबंधन की रणनीति उन ज़िलों तक पहुँच बनाने की है, जहाँ तक यह यात्रा नहीं पहुँच पाई थी, ताकि राज्यभर में व्यापक असर डाला जा सके और सत्तारूढ़ एनडीए को कड़ी चुनौती दी जा सके।