दिल्ली सरकार की नई पहल: वरिष्ठ नागरिकों के लिए "आयुष्मान वय वंदना" योजना का शुभारंभ28 Apr 25

दिल्ली सरकार की नई पहल: वरिष्ठ नागरिकों के लिए "आयुष्मान वय वंदना" योजना का शुभारंभ

नई दिल्ली, भारत (UNA) :  — दिल्ली सरकार ने वरिष्ठ नागरिकों के लिए एक बड़ी स्वास्थ्य सेवा पहल "आयुष्मान वय वंदना" योजना की शुरुआत की है। इस योजना के तहत राजधानी के बुजुर्गों को प्रति परिवार ₹10 लाख तक का निशुल्क स्वास्थ्य बीमा प्रदान किया जाएगा, जिससे गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सेवा तक उनकी पहुँच को व्यापक रूप से बढ़ाया जा सकेगा।

इस सप्ताह की शुरुआत में घोषित की गई "आयुष्मान वय वंदना" योजना का उद्देश्य उन वरिष्ठ नागरिकों के लिए स्वास्थ्य सेवा की खाई को पाटना है, जो खासकर आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग से आते हैं। यह पहल मौजूदा "आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (AB-PMJAY)" पर आधारित है, लेकिन इसे बुजुर्गों की खास जरूरतों को ध्यान में रखकर और भी बेहतर बनाया गया है।

सरकार के एक प्रवक्ता ने कहा,
"हमारे वरिष्ठ नागरिकों को स्वस्थ और सम्मानजनक जीवन जीने का अधिकार है। 'आयुष्मान वय वंदना' योजना इसी दिशा में एक बड़ा कदम है ताकि आर्थिक समस्याएँ उनकी चिकित्सा सेवा तक पहुँच में बाधा न बनें। हम अपने बुजुर्गों को संपूर्ण समर्थन देने के लिए प्रतिबद्ध हैं।"

योजना के तहत दिल्ली में रहने वाले पात्र वरिष्ठ नागरिक सूचीबद्ध (एम्पैनल्ड) अस्पतालों में कैशलेस इलाज का लाभ उठा सकेंगे। इसमें सर्जरी, अस्पताल में भर्ती, और भर्ती से पहले और बाद के इलाज जैसे कई चिकित्सा खर्च शामिल होंगे। इस व्यापक कवरेज का मकसद उम्र से जुड़ी बीमारियों के इलाज में आने वाले आर्थिक बोझ को कम करना और बुजुर्गों को समय पर उचित चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराना है।

पंजीकरण प्रक्रिया को बेहद आसान बनाया गया है ताकि ज्यादा से ज्यादा बुजुर्ग इसका लाभ ले सकें। वरिष्ठ नागरिक सरकारी अस्पतालों, नामित पंजीकरण केंद्रों और ऑनलाइन पोर्टलों के माध्यम से अपना रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं। पात्रता और आवेदन से जुड़ी विस्तृत जानकारी दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य विभाग की वेबसाइट पर उपलब्ध कराई गई है।

स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने "आयुष्मान वय वंदना" योजना की सराहना करते हुए इसे बुजुर्गों की देखभाल के क्षेत्र में एक अहम कदम बताया है। उनका मानना है कि इस योजना से न केवल स्वास्थ्य सेवाओं तक उनकी पहुँच बढ़ेगी, बल्कि बुजुर्ग अधिक स्वस्थ और आत्मनिर्भर जीवन भी जी सकेंगे।

दिल्ली सरकार ने इस योजना के लिए एक बड़ा बजट आवंटित किया है, जो वरिष्ठ नागरिकों के स्वास्थ्य और कल्याण को प्राथमिकता देने के उसके संकल्प को दर्शाता है। "आयुष्मान वय वंदना" योजना की शुरुआत दिल्ली को एक समावेशी और समान स्वास्थ्य प्रणाली की ओर ले जाने के प्रयासों में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि मानी जा रही है।
हालांकि फिलहाल योजना का फोकस वरिष्ठ नागरिकों पर है, लेकिन भविष्य में इसे अन्य कमजोर वर्गों तक भी विस्तार देने पर विचार किया जा रहा है। - UNA

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जानी-मानी न्यूट्रिशनिस्ट और लेखक रुजुता दिवेकर एक बार फिर से सेहत के नाम पर चलने वाले जटिल ट्रेंड्स से ध्यान हटाकर भारतीय रसोई की पारंपरिक समझ की ओर सबका ध्यान खींच रही हैं। हाल ही में अपने नए रेसिपी बुक की चर्चा के दौरान उन्होंने एक बेहद सरल लेकिन असरदार विचार साझा किया: "जो खाना आप अपनी मातृभाषा में पहचान सकते हैं, वही आपके शरीर के लिए सबसे उपयुक्त है।" रुजुता का मानना है कि हमारी सेहत की जड़ें हमारी संस्कृति, भाषा और खानपान में छिपी होती हैं। पश्चिमी डाइट्स या महंगे सुपरफूड्स की बजाय अगर हम अपनी दादी-नानी के बताएं हुए खाने की ओर लौटें — जैसे दाल-चावल, पराठा, या मूंगफली — तो हम न केवल स्वस्थ रह सकते हैं, बल्कि मानसिक रूप से भी बेहतर महसूस करेंगे। उनका यह नजरिया आज के समय में और भी प्रासंगिक है, जब लोग इंस्टाग्राम ट्रेंड्स और "डिटॉक्स डाइट्स" के पीछे भागते हुए अपनी जड़ों को भूलते जा रहे हैं।