19 फरवरी, 2025 (UNA) : भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के शोधकर्ताओं द्वारा 19 फरवरी को प्रकाशित सर्वेक्षण के अनुसार, नाशवान फसलों जैसे फल और सब्जियों (टमाटर को छोड़कर) की उपभोक्ता कीमतों में किसानों की हिस्सेदारी 50 प्रतिशत से कम है। यह सर्वेक्षण मई-जुलाई 2024 के दौरान किया गया था, जिसमें पाया गया कि उपभोक्ता कीमतों में किसानों की हिस्सेदारी 40 से 67 प्रतिशत के बीच रही। गेहूं ऐसा उत्पाद है, जिसमें किसानों का सबसे अधिक योगदान रहा।
अध्ययन में यह भी उल्लेख किया गया कि "रबी सीजन के दौरान व्यापारियों और खुदरा विक्रेताओं का मुनाफा (मार्क-अप) TOP फसलों (टमाटर, प्याज, आलू) के लिए खरीफ सीजन की तुलना में कम देखा गया। यह आंशिक रूप से इस बात को दर्शाता है कि रबी उत्पादन के समय नाशवान उत्पादों की पर्याप्त उपलब्धता का असर पड़ा है।"
भारत में उपभोक्ता मुद्रास्फीति में प्याज, आलू और टमाटर का प्रमुख योगदान होता है। इन वस्तुओं में उच्च मुद्रास्फीति वर्तमान वित्तीय वर्ष के अधिकांश हिस्से के दौरान सब्जियों की मुद्रास्फीति को 20 प्रतिशत से ऊपर बनाए रखने का एक मुख्य कारण रहा है।-UNA



