नई दिल्ली (UNA) : – आज सोने और चांदी की कीमतों में जबरदस्त उछाल देखा गया, जिसमें चांदी की कीमत में एक ही दिन में ₹3,000 प्रति किलो की भारी वृद्धि दर्ज की गई। इस तेजी का मुख्य कारण निवेशकों का सुरक्षित संपत्तियों की ओर रुझान बढ़ना माना जा रहा है, क्योंकि वैश्विक अर्थव्यवस्था में बढ़ती अनिश्चितता ने निवेशकों के बीच सतर्कता बढ़ा दी है।
सोने की कीमतों में भी उल्लेखनीय बढ़ोतरी हुई है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह तेजी इसी बाजार भावना का परिणाम है। हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा फेडरल रिजर्व की गवर्नर लिसा कुक को हटाने के फैसले के बाद वैश्विक वित्तीय बाजारों में अस्थिरता और उलझन की स्थिति पैदा हुई है। इस अस्थिरता के बीच निवेशक सोने और चांदी जैसे पारंपरिक सुरक्षित विकल्पों की ओर रुख कर रहे हैं।
विशेष रूप से चांदी की कीमतों में देखा गया यह तेज उछाल ₹3,000 प्रति किलो तक पहुंच गया है, जो यह दर्शाता है कि निवेशकों के बीच सफेद धातु की मांग बहुत मजबूत है। चांदी को अक्सर सोने का सस्ता और आसानी से उपलब्ध विकल्प माना जाता है, जो आर्थिक अस्थिरता के समय में सुरक्षा का भरोसेमंद साधन बनता है।
देशभर के विभिन्न शहरों और ज्वैलर्स के अनुसार रिटेल कीमतें थोड़ी भिन्न हो सकती हैं, लेकिन सामान्य रुझान यह साफ दर्शाता है कि दोनों धातुओं की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं। निवेशकों और आम उपभोक्ताओं को सलाह दी जाती है कि वे निवेश से पहले अपने स्थानीय डीलरों से ताजा दरों की जानकारी अवश्य प्राप्त करें।
आर्थिक विशेषज्ञों का अनुमान है कि जब तक राजनीतिक और आर्थिक अनिश्चितताएं बनी रहेंगी, सोने और चांदी की मांग में यह वृद्धि जारी रह सकती है। निवेशक अपनी पूंजी की सुरक्षा और पोर्टफोलियो में स्थिरता बनाए रखने के लिए इन धातुओं को प्राथमिकता दे रहे हैं। वर्तमान बाजार की स्थिति यह भी स्पष्ट करती है कि अस्थिर समय में और अप्रत्याशित घटनाओं के दौरान सोना और चांदी निवेश के लिए सबसे भरोसेमंद विकल्प बने रहेंगे। - UNA