इस्लामाबाद, रावलपिंडी और ख़ैबर पख़्तूनख़्वा में भूकंप के झटके: कितनी थी तीव्रता?25 Aug 25

इस्लामाबाद, रावलपिंडी और ख़ैबर पख़्तूनख़्वा में भूकंप के झटके: कितनी थी तीव्रता?

इस्लामाबाद (UNA) : – पाकिस्तान के कई हिस्सों में August 19 को भूकंप के झटके महसूस किए गए। राजधानी इस्लामाबाद, रावलपिंडी और ख़ैबर पख़्तूनख़्वा सहित कई इलाकों में लोगों ने तेज़ झटके महसूस किए। सुबह-सुबह आए इन झटकों ने लोगों की नींद तोड़ दी और डर के कारण लोग अपने घरों से बाहर निकल आए।
नेशनल सिस्मिक मॉनिटरिंग सेंटर के अनुसार, भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 5.8 दर्ज की गई। इसका केंद्र हिंदुकुश क्षेत्र में था, जो प्रभावित इलाकों से लगभग 200 किलोमीटर दूर स्थित है। झटके कई सेकंड तक महसूस किए गए, जिससे आम जनता में दहशत फैल गई।
कई निवासियों ने सोशल मीडिया पर अपने अनुभव साझा किए। कुछ लोगों ने दीवारों और छतों में दरारें आने की शिकायत की, वहीं कई ने चक्कर आने और मतली महसूस करने की बात कही।
पाकिस्तान मौसम विभाग (PMD) ने प्रभावित क्षेत्रों के लिए अलर्ट जारी किया। विभाग ने लोगों से अपील की कि वे ऊँची इमारतों और कमज़ोर ढांचों से दूर रहें, साथ ही भारी फर्नीचर और उपकरणों को मज़बूती से बाँधकर रखें ताकि आफ़्टरशॉक्स (आफ़्टर झटकों) के दौरान किसी तरह की दुर्घटना न हो।
आपातकालीन सेवाएँ और रेस्क्यू टीमें तुरंत सक्रिय कर दी गईं। वे प्रभावित इलाकों में जाकर स्थिति का आकलन कर रही हैं और ज़रूरतमंदों की मदद कर रही हैं। अभी तक किसी बड़े नुकसान या जनहानि की सूचना नहीं है।
पाकिस्तान भूकंपीय दृष्टि से अत्यधिक सक्रिय क्षेत्र में आता है। यहाँ समय-समय पर भूकंप आते रहते हैं। वर्ष 2005 में आया कश्मीर भूकंप (7.6 तीव्रता) देश के इतिहास की सबसे भीषण प्राकृतिक आपदा साबित हुआ था, जिसमें 80,000 से अधिक लोगों की जान गई थी।
हाल के वर्षों में पाकिस्तान ने अपनी आपदा प्रबंधन क्षमता को बेहतर बनाने पर काम किया है। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA) लगातार भूकंप अभ्यास और जागरूकता अभियानों का आयोजन करता रहा है, ताकि आपात स्थिति में लोगों की तैयारी मज़बूत हो सके।
विशेषज्ञों का कहना है कि प्रभावित इलाकों के लोग सतर्क बने रहें और आधिकारिक अपडेट पर ध्यान दें। एनडीएमए ने लोगों से अपील की है कि वे किसी भी तरह की क्षति या चिंता तुरंत संबंधित अधिकारियों को सूचित करें, ताकि समय रहते सहायता पहुँचा सकी।
ताज़ा भूकंप ने पाकिस्तान के कई हिस्सों में दहशत का माहौल पैदा कर दिया, लेकिन राहत की बात यह है कि अब तक कोई बड़ा नुकसान या हताहत सामने नहीं आया है। सरकार और आपदा प्रबंधन एजेंसियाँ मिलकर स्थिति पर नज़र बनाए हुए हैं। चूँकि पाकिस्तान भूकंप-संवेदनशील क्षेत्र है, इसलिए भविष्य में ऐसी आपदाओं के प्रभाव को कम करने के लिए तैयारी और प्रतिक्रिया तंत्र को प्राथमिकता देना बेहद ज़रूरी है। - UNA

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भारत ने पाकिस्तान को कड़े शब्दों में आगाह किया है कि मौजूदा मानसूनी दौर में सिंधु बेसिन के निचले इलाकों में “भीषण बाढ़” की आशंका है। शुक्रवार को दोनों देशों के बीच आदान-प्रदान हुई राजनयिक नोट में भारत ने मानवीय सहयोग की अपील करते हुए चेताया कि यदि समय रहते एहतियाती कदम नहीं उठाए गए तो लाखों लोगों की ज़िंदगियाँ और रोज़गार खतरे में पड़ सकते हैं। विदेश मंत्रालय और जल संसाधन मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा हस्ताक्षरित इस नोट में गंगा और सिंधु नदी घाटियों से हाल ही में जुटाए गए जल-वैज्ञानिक आँकड़ों का हवाला दिया गया है, जिनमें लगातार भारी बारिश के बाद जल प्रवाह में तेज़ वृद्धि दर्ज की गई है। नोट में स्पष्ट कहा गया है, “भारत गहराई से चिंतित है कि संभावित बाढ़ की स्थिति सीमा पार जीवन और आजीविका को प्रभावित कर सकती है। हम पाकिस्तान से अपील करते हैं कि सभी ज़रूरी कदम उठाए जाएँ और संबंधित आँकड़े साझा किए जाएँ ताकि एक समन्वित और प्रभावी प्रतिक्रिया सुनिश्चित की जा सके।”