
बढ़ते बाढ़ संकट पर भारत ने पाकिस्तान को दी चेतावनी, सिंधु जल संधि अब भी ठप
भारत ने पाकिस्तान को कड़े शब्दों में आगाह किया है कि मौजूदा मानसूनी दौर में सिंधु बेसिन के निचले इलाकों में “भीषण बाढ़” की आशंका है। शुक्रवार को दोनों देशों के बीच आदान-प्रदान हुई राजनयिक नोट में भारत ने मानवीय सहयोग की अपील करते हुए चेताया कि यदि समय रहते एहतियाती कदम नहीं उठाए गए तो लाखों लोगों की ज़िंदगियाँ और रोज़गार खतरे में पड़ सकते हैं। विदेश मंत्रालय और जल संसाधन मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा हस्ताक्षरित इस नोट में गंगा और सिंधु नदी घाटियों से हाल ही में जुटाए गए जल-वैज्ञानिक आँकड़ों का हवाला दिया गया है, जिनमें लगातार भारी बारिश के बाद जल प्रवाह में तेज़ वृद्धि दर्ज की गई है। नोट में स्पष्ट कहा गया है, “भारत गहराई से चिंतित है कि संभावित बाढ़ की स्थिति सीमा पार जीवन और आजीविका को प्रभावित कर सकती है। हम पाकिस्तान से अपील करते हैं कि सभी ज़रूरी कदम उठाए जाएँ और संबंधित आँकड़े साझा किए जाएँ ताकि एक समन्वित और प्रभावी प्रतिक्रिया सुनिश्चित की जा सके।”
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इंडोनेशिया में 6.3 तीव्रता का शक्तिशाली भूकंप, लोगों में दहशत August 7
इंडोनेशिया में रिक्टर पैमाने पर 6.3 तीव्रता का शक्तिशाली भूकंप आया, जिसने पूरे क्षेत्र में ज़ोरदार झटके महसूस कराए और स्थानीय लोगों में अफरा-तफरी मचा दी। भूकंप के तेज़ झटकों से लोग घबराकर घरों और इमारतों से बाहर निकल आए। इंडोनेशिया का भौगोलिक स्थान इसे भूकंप-प्रवण देशों में शामिल करता है, जहां इस तरह की भूकंपीय गतिविधियां अक्सर देखी जाती हैं। ताज़ा घटना ने एक बार फिर इस देश की प्राकृतिक आपदा के प्रति संवेदनशीलता और तैयारी को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं।

ट्रंप सरकार की बजट नीति में NASA मिशनों पर कैंची: वैज्ञानिक समुदाय में गहरी चिंता
ट्रंप प्रशासन द्वारा पेश किए गए वार्षिक बजट प्रस्तावों में बार-बार नासा के कई महत्वपूर्ण वैज्ञानिक मिशनों को रद्द करने की सिफारिश की गई, जिससे वैज्ञानिक समुदाय और अमेरिकी सांसदों में गहरी नाराज़गी देखने को मिली। प्रशासन का तर्क था कि अंतरिक्ष में मानव मिशनों को प्राथमिकता देने के लिए विज्ञान से जुड़े कई कार्यक्रमों का बजट घटाया जाना ज़रूरी है। हालांकि, वैज्ञानिकों का मानना है कि ऐसे कटौती कदमों से अमेरिका की खगोल भौतिकी और पृथ्वी विज्ञान में अग्रणी भूमिका कमजोर हो सकती है। कई प्रमुख शोधकर्ताओं ने चेताया है कि यदि इन मिशनों को बंद कर दिया गया, तो न केवल अंतरिक्ष अनुसंधान को नुकसान होगा, बल्कि जलवायु परिवर्तन और ब्रह्मांडीय खोजों जैसे क्षेत्रों में वैश्विक सहयोग भी बाधित होगा। यह कदम अमेरिका के वैज्ञानिक भविष्य पर एक बड़ा सवाल खड़ा करता है — क्या मानवीय अन्वेषण की दौड़ में विज्ञान को पीछे छोड़ देना सही है?

"चीन ने पहली बार पाकिस्तान को बेचे Z-10ME अटैक हेलीकॉप्टर, रक्षा साझेदारी में नया मोड़"
चीन ने अपनी रक्षा निर्यात नीति में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए पहली बार पाकिस्तान को Z-10ME अटैक हेलीकॉप्टर बेचने की घोषणा की है। यह सौदा चीन की सरकारी मीडिया ‘ग्लोबल टाइम्स’ के माध्यम से सार्वजनिक हुआ और इसे दोनों देशों के बीच बढ़ती सैन्य साझेदारी का प्रतीक माना जा रहा है। Z-10ME हेलीकॉप्टर, जो चीन की सरकारी एविशन इंडस्ट्री कॉरपोरेशन (AVIC) द्वारा विकसित किया गया है, मूल Z-10 का अपग्रेडेड संस्करण है। इसमें उन्नत एवियोनिक्स, आधुनिक सेंसर सिस्टम और प्रभावशाली हथियार प्रणालियाँ शामिल हैं, जो इसे आधुनिक युद्ध में एक शक्तिशाली आक्रामक हथियार बनाती हैं। इस सौदे से पाकिस्तान की सैन्य क्षमताएं मजबूत होंगी, वहीं भारत सहित अन्य पड़ोसी देशों की सुरक्षा और सामरिक रणनीतियों पर इसका गहरा प्रभाव पड़ सकता है। यह डील दक्षिण एशिया में हथियारों की होड़ को नई दिशा देने वाली मानी जा रही है।

"ट्रंप को उम्मीद: भारत जल्द रोकेगा रूस से तेल खरीद, व्यापार समझौते पर फिर से संकट"
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत-रूस तेल व्यापार को लेकर एक अहम बयान दिया है, जो वैश्विक राजनीति और व्यापार कूटनीति को नई दिशा दे सकता है। ट्रंप ने भरोसा जताया कि भारत जल्द ही रूस से कच्चे तेल की खरीद बंद कर देगा, और इस कदम को उन्होंने "सकारात्मक संकेत" बताया। यह टिप्पणी ऐसे समय पर आई है जब अमेरिका और भारत के बीच एक बड़े व्यापार समझौते को अंतिम रूप देने की कोशिशें चल रही हैं, लेकिन वह लगातार अड़चनों का सामना कर रहा है। ट्रंप की यह उम्मीद, जहां एक ओर अमेरिका के रूस पर बढ़ते दबाव को दर्शाती है, वहीं दूसरी ओर यह भारत की कूटनीतिक संतुलनकारी नीति के लिए एक नई चुनौती बन सकती है। ट्रंप के इस बयान के बाद विशेषज्ञों का मानना है कि भारत पर अमेरिका का दबाव और बढ़ सकता है, विशेषकर ऐसे समय में जब यूक्रेन युद्ध के कारण रूस पर पश्चिमी देशों द्वारा व्यापक प्रतिबंध लगाए जा चुके हैं। भारत अब तक कूटनीतिक संतुलन साधते हुए रूस से ऊर्जा खरीद जारी रखे हुए था, जिसे वह अपनी ऊर्जा सुरक्षा के लिहाज से जरूरी मानता रहा है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या भारत अमेरिका के दबाव में अपने रुख में बदलाव करता है, या वह रणनीतिक स्वतंत्रता बनाए रखते हुए रूस से संबंध जारी रखेगा। वहीं, व्यापार समझौते को लेकर भी अनिश्चितता बनी हुई है, जो इन दोनों महाशक्तियों के रिश्तों की दिशा तय करेगी।

भयानक टर्बुलेंस के चलते डेल्टा फ्लाइट की इमरजेंसी लैंडिंग, 25 यात्री घायल
बुधवार रात डेल्टा एयरलाइंस की एक इंटरनेशनल फ्लाइट को बीच रास्ते में गंभीर टर्बुलेंस का सामना करना पड़ा, जिसके चलते विमान को आपातकालीन रूप से मिनियापोलिस-सेंट पॉल इंटरनेशनल एयरपोर्ट (MSP) पर उतारना पड़ा। सल्ट लेक सिटी से एम्सटर्डम जा रही डेल्टा फ्लाइट 135 (Airbus A330) में हुए इस तेज़ झटके से 25 यात्रियों को चोटें आईं। लैंडिंग के तुरंत बाद आपातकालीन मेडिकल टीमें मौके पर पहुंचीं और घायलों को प्राथमिक उपचार दिया गया। यात्रियों ने बताया कि टर्बुलेंस इतना अचानक और ज़ोरदार था कि कई लोग अपनी सीटों से उछल गए और सिर या शरीर में चोटें आईं। इस घटना ने एक बार फिर हवाई यात्राओं के दौरान सुरक्षा सावधानियों और सीट बेल्ट पहनने की अहमियत को उजागर कर दिया है। विमानन प्राधिकरण ने जांच शुरू कर दी है ताकि इस अप्रत्याशित घटना के कारणों का पता लगाया जा सके।

ईरान के दक्षिण-पूर्वी क्षेत्र में न्यायालय भवन पर आतंकी हमला, कम से कम 8 की मौत
ईरान के दक्षिण-पूर्वी प्रांत में स्थित एक न्यायालय भवन पर हुए भीषण आतंकी हमले में कम से कम आठ लोगों की मौत हो गई है। ईरानी राज्य मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार यह हमला एक सुनियोजित आतंकी वारदात थी, जो इस संवेदनशील सीमावर्ती क्षेत्र में जारी सुरक्षा चुनौतियों को एक बार फिर उजागर करती है। यह क्षेत्र पहले भी आतंकवाद और विद्रोही गतिविधियों का केंद्र रहा है। हमले के बाद सुरक्षाबलों ने इलाके को घेर लिया है और जांच एजेंसियां घटना की तह तक जाने की कोशिश में जुटी हैं। इस हमले से देशभर में दहशत का माहौल है और राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसियों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। फिलहाल किसी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है, लेकिन शुरुआती संकेत चरमपंथी गुटों की ओर इशारा कर रहे हैं।