इंडोनेशिया में 6.3 तीव्रता का शक्तिशाली भूकंप, लोगों में दहशत August 712 Aug 25

इंडोनेशिया में 6.3 तीव्रता का शक्तिशाली भूकंप, लोगों में दहशत August 7

जकार्ता, इंडोनेशिया (UNA) :  - August 7 को इंडोनेशिया में रिक्टर पैमाने पर 6.3 की तीव्रता का एक शक्तिशाली भूकंप आया, जिससे पूरे क्षेत्र में तेज झटके महसूस किए गए और निवासियों में दहशत फैल गई। यह घटना देश में हुई नवीनतम भूकंपीय गतिविधि है, जो अपने स्थान के कारण अक्सर भूकंपों के अधीन रहता है।

घटना की निगरानी कर रही भूवैज्ञानिक एजेंसियों के अनुसार, भूकंप का केंद्र जमीन की सतह से 39 किलोमीटर (लगभग 24 मील) की अपेक्षाकृत उथली गहराई पर दर्ज किया गया था। उथले भूकंपों को सतह पर समान परिमाण के गहरे भूकंपों की तुलना में अधिक तीव्रता से महसूस किया जाता है, जिससे घनी आबादी वाले क्षेत्रों में नुकसान की संभावना बढ़ सकती है।

वर्तमान में, किसी बड़े संरचनात्मक नुकसान, चोटों या हताहतों की तत्काल कोई आधिकारिक रिपोर्ट नहीं है। हालांकि, आपदा प्रबंधन अधिकारी भूकंप के केंद्र के सबसे करीब के क्षेत्रों में स्थिति का सक्रिय रूप से आकलन कर रहे हैं। अधिकारियों ने यह भी पुष्टि की है कि भूकंप के परिणामस्वरूप कोई सुनामी चेतावनी प्रभावी नहीं है।

यह झटका इंडोनेशिया की प्रशांत "रिंग ऑफ फायर" पर स्थिति की एक कड़ी याद दिलाता है, एक तीव्र रूप से सक्रिय भूकंपीय क्षेत्र जहाँ कई टेक्टोनिक प्लेटें टकराती हैं। यह भौगोलिक स्थिति द्वीपसमूह को दुनिया के सबसे भूकंप-प्रवण क्षेत्रों में से एक बनाती है। देश की आबादी लगातार भूकंपीय गतिविधि की आदी है, लेकिन महत्वपूर्ण भूकंप एक गंभीर जोखिम पैदा करना जारी रखते हैं।

स्थानीय अधिकारियों ने निवासियों से सतर्क रहने और संभावित आफ्टरशॉक्स से सावधान रहने का आग्रह किया है, जो इस ताकत के एक प्राथमिक भूकंप के बाद आम हैं। जैसे-जैसे आकलन जारी है, आपातकालीन सेवाएं स्टैंडबाय पर बनी हुई हैं। जमीन पर मौजूद अधिकारियों से अधिक जानकारी उपलब्ध होने पर आगे के अपडेट प्रदान किए जाएंगे। - UNA

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भारत ने पाकिस्तान को कड़े शब्दों में आगाह किया है कि मौजूदा मानसूनी दौर में सिंधु बेसिन के निचले इलाकों में “भीषण बाढ़” की आशंका है। शुक्रवार को दोनों देशों के बीच आदान-प्रदान हुई राजनयिक नोट में भारत ने मानवीय सहयोग की अपील करते हुए चेताया कि यदि समय रहते एहतियाती कदम नहीं उठाए गए तो लाखों लोगों की ज़िंदगियाँ और रोज़गार खतरे में पड़ सकते हैं। विदेश मंत्रालय और जल संसाधन मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा हस्ताक्षरित इस नोट में गंगा और सिंधु नदी घाटियों से हाल ही में जुटाए गए जल-वैज्ञानिक आँकड़ों का हवाला दिया गया है, जिनमें लगातार भारी बारिश के बाद जल प्रवाह में तेज़ वृद्धि दर्ज की गई है। नोट में स्पष्ट कहा गया है, “भारत गहराई से चिंतित है कि संभावित बाढ़ की स्थिति सीमा पार जीवन और आजीविका को प्रभावित कर सकती है। हम पाकिस्तान से अपील करते हैं कि सभी ज़रूरी कदम उठाए जाएँ और संबंधित आँकड़े साझा किए जाएँ ताकि एक समन्वित और प्रभावी प्रतिक्रिया सुनिश्चित की जा सके।”