मुंबई महाराष्ट्र (UNA) : – महाराष्ट्र सरकार ने एक बड़ा कदम उठाते हुए घोषणा की है कि गणेशोत्सव और दुर्गा नवराात्रि के अवसर पर लगाए जाने वाले सार्वजनिक पंडालों को मुफ़्त बिजली उपलब्ध कराई जाएगी। सरकार का यह फैसला समुदाय-आधारित उत्सवों को बढ़ावा देने और आयोजकों पर पड़ने वाले वित्तीय बोझ को कम करने के उद्देश्य से लिया गया है।
सरकार के निर्णय के अनुसार, जो समिति और संगठन विधिवत रूप से पंजीकृत हैं और इन दोनों पर्वों के दौरान सार्वजनिक पंडाल लगाते हैं, उन्हें बिजली बिल चुकाने की आवश्यकता नहीं होगी। पंडालों में सजावट, साउंड सिस्टम और रोशनी पर खर्च होने वाली बिजली का पूरा खर्च राज्य सरकार वहन करेगी। इससे आयोजक मंडलों को आर्थिक राहत मिलेगी और वे कार्यक्रम की गुणवत्ता और भव्यता पर ज्यादा ध्यान केंद्रित कर सकेंगे।
धार्मिक व सांस्कृतिक संगठनों ने इस घोषणा का स्वागत किया है और सरकार के प्रति आभार व्यक्त किया है। आयोजकों का मानना है कि इस कदम से उन्हें उत्सवों को अधिक समावेशी और आकर्षक बनाने में मदद मिलेगी।
गणेशोत्सव और दुर्गा नवराात्रि महाराष्ट्र के सबसे लोकप्रिय और व्यापक रूप से मनाए जाने वाले पर्व हैं, जिनमें लाखों श्रद्धालु और नागरिक शामिल होते हैं। इन आयोजनों में भारी सजावट, प्रकाश व्यवस्था और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होता है, जिससे खर्चा भी काफी बढ़ जाता है। ऐसे में मुफ्त बिजली की सुविधा आयोजक समितियों के लिए बड़ी राहत साबित होगी।
सरकारी अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि इस सुविधा का लाभ उठाने के लिए पात्र समितियों को कुछ निर्धारित दिशा-निर्देशों का पालन करना होगा। जल्द ही विभाग की ओर से विस्तृत पंजीकरण प्रक्रिया और नियम जारी किए जाएंगे।
यह पहल न केवल सरकार की सांस्कृतिक परंपराओं के संरक्षण के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि प्रशासन सामुदायिक आयोजनों को सहयोग देने में सक्रिय भूमिका निभा रहा है। - UNA