मार्केट को Q1 नतीजों का इंतजार: इंफोसिस, पेटीएम, नेस्ले इंडिया समेत 95+ कंपनियां अगले हफ्ते पेश करेंगी तिमाही रिपोर्ट20 Jul 25

मार्केट को Q1 नतीजों का इंतजार: इंफोसिस, पेटीएम, नेस्ले इंडिया समेत 95+ कंपनियां अगले हफ्ते पेश करेंगी तिमाही रिपोर्ट

मुंबई (UNA) : – भारतीय शेयर बाजार एक अहम सप्ताह के लिए तैयार है, क्योंकि वित्तीय वर्ष 2025 (Q1 FY25) की पहली तिमाही के नतीजों का दौर जोर पकड़ रहा है। सूचना प्रौद्योगिकी से लेकर एफएमसीजी तक के प्रमुख क्षेत्रों की 95 से अधिक कंपनियां अपने वित्तीय परिणामों की घोषणा करने वाली हैं, जो नए वित्तीय वर्ष के लिए कॉर्पोरेट इंडिया के स्वास्थ्य की पहली बड़ी जांच प्रदान करेगी।

आगामी सप्ताह के आय कैलेंडर में उद्योग के दिग्गजों का एक विविध मिश्रण शामिल है, जिसमें सभी की निगाहें उनके राजस्व वृद्धि (top-line growth), लाभप्रदता (profitability) और भविष्य के मार्गदर्शन (future guidance) पर टिकी होंगी। सप्ताह की शुरुआत आईटी दिग्गज इंफोसिस (Infosys) के साथ होगी, जिसके परिणाम वैश्विक तकनीकी खर्च और सौदों के पाइपलाइन में अंतर्दृष्टि के लिए बारीकी से देखे जाएंगे।

उपभोक्ता क्षेत्र में, एफएमसीजी प्रमुख नेस्ले इंडिया (Nestle India) अपने प्रदर्शन का खुलासा करेगा, जो शहरी और ग्रामीण खपत के रुझान और कच्चे माल की लागत के प्रभाव पर महत्वपूर्ण सुराग प्रदान करेगा। फिनटेक फर्म वन 97 कम्युनिकेशंस (Paytm की मूल कंपनी) भी सुर्खियों में रहेगी, जो भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा अपनी भुगतान बैंक शाखा पर प्रतिबंध लगाने के बाद अपनी पहली पूरी तिमाही आय की रिपोर्ट करेगी। विश्लेषक इसकी रिकवरी की राह और उपयोगकर्ता आधार मैट्रिक्स की बारीकी से निगरानी करेंगे।

सूची में अन्य प्रमुख नामों में इलेक्ट्रॉनिक्स निर्माता डिक्सन टेक्नोलॉजीज (Dixon Technologies) शामिल है, जिसके आंकड़े उपभोक्ता टिकाऊ बाजार में मांग को दर्शाएंगे, और सार्वजनिक क्षेत्र का उपक्रम इंडियन रेलवे फाइनेंस कॉर्पोरेशन (IRFC), जो देश की रेलवे बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के वित्तपोषण में एक प्रमुख खिलाड़ी है।

निवेशक और बाजार विश्लेषक सिर्फ लाभ और राजस्व से परे आंकड़ों का विश्लेषण करेंगे। आईटी कंपनियों के लिए, ध्यान मार्जिन आउटलुक और प्रमुख विदेशी बाजारों में ग्राहक भावना पर होगा। उपभोक्ता-केंद्रित कंपनियों के लिए, वॉल्यूम ग्रोथ एक महत्वपूर्ण मीट्रिक होगी।

आय घोषणाओं की यह लहर ऐसे समय में आई है जब बेंचमार्क इंडेक्स ऊंचे स्तर पर कारोबार कर रहे हैं। आगामी परिणाम निकट अवधि के बाजार की दिशा निर्धारित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं, या तो वर्तमान मूल्यांकन को सही ठहरा कर या निवेशकों के बीच पुनर्मूल्यांकन (re-evaluation) को प्रेरित करके। इन विविध कंपनियों का प्रदर्शन सामूहिक रूप से नए वित्तीय वर्ष के शुरुआती महीनों में भारत की आर्थिक दिशा की एक स्पष्ट तस्वीर पेश करेगा। - UNA

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SBI का बड़ा लक्ष्य: अगले 5 वर्षों में बनना चाहता है दुनिया का टॉप 10 बैंक23 Jul 25

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देश का सबसे बड़ा सार्वजनिक क्षेत्र का बैंक, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI), अब वैश्विक मंच पर अपनी मौजूदगी को नई ऊंचाइयों पर ले जाने की तैयारी में है। बैंक ने घोषणा की है कि उसका लक्ष्य अगले पांच वर्षों के भीतर बाजार पूंजीकरण (Market Capitalization) के आधार पर दुनिया के टॉप 10 सबसे मूल्यवान बैंकों में शामिल होना है। SBI के चेयरमैन सी.एस. सेटी ने बैंक की विकास यात्रा और भविष्य की रणनीति को साझा करते हुए इस महत्वाकांक्षी लक्ष्य की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि डिजिटल नवाचार, खुदरा ऋण वृद्धि और वैश्विक निवेशकों का विश्वास – इन सभी कारकों के दम पर SBI इस उपलब्धि को हासिल करने के लिए पूरी तरह तैयार है। यह लक्ष्य न केवल बैंक की साख को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बढ़ाएगा, बल्कि भारत की आर्थिक शक्ति का भी प्रतीक बनेगा।