15 फरवरी, 2025 (UNA) : 2025 में भारतीयों की अंतरराष्ट्रीय यात्रा में जबरदस्त बढ़ोतरी देखी जा रही है, जो बदलती प्राथमिकताओं, बेहतर वैश्विक कनेक्टिविटी और बढ़ती आय से प्रेरित है। उभरते गंतव्यों से लेकर लग्जरी अनुभवों तक, यात्रा का परिदृश्य अब अनुभवात्मक पर्यटन, डिजिटल प्रगति और सरकार की यात्रा को सुगम बनाने वाली पहलों पर केंद्रित है।
अंतरराष्ट्रीय यात्रा में उछाल
भारत का आउटबाउंड ट्रैवल खर्च वित्त वर्ष 2024 में $17 बिलियन तक पहुंच गया और आने वाले वर्षों में इसके और बढ़ने की संभावना है। यह प्रवृत्ति इस तथ्य से स्पष्ट होती है कि वियतनाम, इंडोनेशिया और मॉरीशस जैसे स्थलों की खोजों में साल-दर-साल 50–80% की वृद्धि हुई है। वैश्विक यात्रा प्रतिबंधों में ढील और सीधी उड़ान कनेक्टिविटी में सुधार के कारण भारतीय यात्री अब पहले से अधिक विदेशी स्थानों का अन्वेषण कर रहे हैं।
लोकप्रिय हो रहे नए गंतव्य
कई कम ज्ञात स्थान भारतीय पर्यटकों को आकर्षित कर रहे हैं, विशेष रूप से उनकी किफायती लागत और आसान वीज़ा नीतियों के कारण। उज्बेकिस्तान और जॉर्जिया जैसे देश, जो आगमन पर वीज़ा की सुविधा प्रदान करते हैं, अब भारतीय यात्रियों के बीच लोकप्रिय हो रहे हैं। इसके अलावा, आइसलैंड, सऊदी अरब और पुर्तगाल जैसे लंबे दूरी के गंतव्य भी रोमांचक और अनूठे अनुभवों की तलाश करने वालों को लुभा रहे हैं।
अनुभवात्मक यात्रा का बढ़ता चलन
भारतीय यात्री पारंपरिक पर्यटन स्थलों की यात्रा से आगे बढ़ते हुए अब अधिक गहन और अनुभवात्मक पर्यटन की ओर बढ़ रहे हैं। वेलनेस रिट्रीट्स, एडवेंचर स्पोर्ट्स और सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भाग लेने की मांग बढ़ रही है। अब अधिक से अधिक पर्यटक ऐसे अनुकूलित और अनूठे अनुभवों की तलाश कर रहे हैं जो स्थानीय संस्कृति और परंपराओं से उन्हें गहराई से जोड़ सकें। आइसलैंड में ट्रेकिंग से लेकर आयुर्वेदिक रिट्रीट्स और वैश्विक संगीत समारोहों में भागीदारी तक, अनुभवात्मक यात्रा का महत्व बढ़ रहा है।
यात्रा में तकनीकी क्रांति
यात्रा योजना में प्रौद्योगिकी का उपयोग अभूतपूर्व स्तर पर पहुंच गया है। कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) आधारित उपकरण यात्रियों को व्यक्तिगत यात्रा कार्यक्रम बनाने और बुकिंग प्रक्रियाओं को सहज बनाने में मदद कर रहे हैं। इसके अलावा, यूपीआई जैसी डिजिटल भुगतान प्रणालियां विदेशी गंतव्यों में भारतीय पर्यटकों के लिए लेनदेन को सरल बना रही हैं। यात्रा में प्रौद्योगिकी का बढ़ता उपयोग इसे अधिक सुविधाजनक और सुगम बना रहा है।
लक्जरी और निचे यात्रा का बढ़ता रुझान
बढ़ती आय के साथ, भारतीय यात्री अब लक्जरी अनुभवों, उच्च स्तरीय होटलों और ड्यूटी-फ्री खरीदारी पर अधिक खर्च कर रहे हैं। लक्जरी के अलावा, कुछ अनूठे यात्रा रुझान जैसे "एस्ट्रो टूरिज्म" (स्पष्ट आकाश वाले स्थानों पर जाकर तारों को देखने की यात्रा) और "स्लीप टूरिज्म" (आराम और नींद को बढ़ाने वाले अनुभवों पर केंद्रित यात्रा) भी लोकप्रिय हो रहे हैं। भारतीय पर्यटक अब विशिष्ट और विलासितापूर्ण छुट्टियों की तलाश कर रहे हैं।
सरकारी पहल से आसान हुई अंतरराष्ट्रीय यात्रा
भारतीय सरकार विभिन्न देशों के साथ वीज़ा प्रक्रियाओं को सरल बनाने और हवाई संपर्क को मजबूत करने पर काम कर रही है। पर्यटन अवसंरचना में किए जा रहे निवेश और अंतरराष्ट्रीय ट्रैवल बोर्ड के साथ सहयोग भारतीय यात्रियों के लिए विदेशी यात्रा को पहले से अधिक सुगम बना रहे हैं। इन पहलों से आने वाले वर्षों में भारतीय पर्यटकों के लिए वैश्विक यात्रा के अवसरों में उल्लेखनीय वृद्धि होने की संभावना है।
सांस्कृतिक आयोजनों के कारण यात्रा की बढ़ती प्रवृत्ति
अंतरराष्ट्रीय सांस्कृतिक आयोजनों, संगीत समारोहों और खेल आयोजनों की वजह से भारतीयों, विशेष रूप से युवाओं, में यात्रा करने की रुचि बढ़ रही है। जेन-जेड और मिलेनियल यात्री अब अपने यात्रा कार्यक्रम की योजना इस तरह बना रहे हैं कि वे इन प्रमुख वैश्विक आयोजनों का हिस्सा बन सकें। यह प्रवृत्ति पारंपरिक अवकाश पर्यटन से अनुभवात्मक पर्यटन की ओर बढ़ती रुचि को दर्शाती है।
निष्कर्ष
2025 में भारतीय यात्रियों के लिए अंतरराष्ट्रीय पर्यटन का परिदृश्य तेजी से बदल रहा है। नई तकनीकों, विशेष अनुभवों और लक्जरी पर्यटन के प्रति झुकाव के कारण यह क्षेत्र लगातार विकसित हो रहा है। जैसे-जैसे भारतीय पर्यटक नए गंतव्यों की खोज कर रहे हैं, वैश्विक यात्रा का परिदृश्य भी रोमांचक नए आयामों की ओर बढ़ रहा है। - UNA



