नई दिल्ली, (UNA) : बोर्ड और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तेजी से छात्रों की पहली पसंद बनता जा रहा है। शिक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि AI-आधारित टूल्स न केवल पढ़ाई को सरल बना रहे हैं बल्कि छात्रों की उत्पादकता और रिवीजन क्षमता भी बढ़ा रहे हैं।
रिपोर्ट्स के अनुसार, छात्र अब सबसे अधिक AI का उपयोग अध्याय सारांश बनाने, व्यक्तिगत स्टडी प्लान तैयार करने, नोट्स को फ्लैशकार्ड में बदलने और प्रैक्टिस प्रश्न प्राप्त करने के लिए कर रहे हैं। कई विद्यार्थी लंबे नोट्स को माइंड मैप में कन्वर्ट कर रहे हैं, जिससे विषयों को समझना आसान हो रहा है।
विशेषज्ञ बताते हैं कि AI पिछले वर्ष के प्रश्नपत्रों के विश्लेषण, उत्तर सुधारने, कठिन विषयों को सरल भाषा में समझाने और समय प्रबंधन में भी बड़ी मदद कर रहा है। इसके अलावा, कई छात्र अपने नोट्स को ऑडियो फॉर्म में बदलकर चलते-फिरते भी रिवीजन कर पा रहे हैं।
शिक्षा क्षेत्र में तकनीक की बढ़ती भूमिका को देखते हुए माना जा रहा है कि AI-आधारित अध्ययन आने वाले वर्षों में और भी व्यापक होगा। - UNA















