भारत में बढ़ा iPhone उत्पादन: अमेरिका के लिए टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स का बड़ा कदम18 Sep 25

भारत में बढ़ा iPhone उत्पादन: अमेरिका के लिए टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स का बड़ा कदम

कोलकाता (UNA) : टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स के वित्तीय खुलासों से पता चला है कि एप्पल ने अमेरिका के लिए आईफोन उत्पादन को भारत की ओर मोड़ना पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ चर्चाओं से काफी पहले ही शुरू कर दिया था। टाटा की वित्तीय वर्ष 2025 की आय में एप्पल का हिस्सा तेज़ी से बढ़ने से यह स्पष्ट हो गया है कि आईफोन निर्माता चीन पर निर्भरता घटाने और उत्पादन आधार को विविध करने की दिशा में लगातार कदम बढ़ा रहा है।

अब तक टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स मुख्य रूप से ताइवान को आईफोन निर्यात और भारत की घरेलू मांग पूरी करने पर केंद्रित था। लेकिन ताज़ा आँकड़े बताते हैं कि एप्पल से जुड़ी आय में भारी वृद्धि हुई है, जो इस बात का संकेत है कि कंपनी ने अमेरिकी बाज़ार के लिए आईफोन असेंबलिंग और सप्लाई में बड़ा विस्तार किया है।

उद्योग विशेषज्ञों का कहना है कि यह कदम एप्पल की दीर्घकालिक रणनीति को दर्शाता है, जिसमें कंपनी अपने वैश्विक सप्लाई चेन से जुड़े जोखिमों को कम करने पर ध्यान दे रही है। टैरिफ दबाव बढ़ने से पहले ही भारत से अमेरिकी बाज़ार के लिए उत्पादन शुरू कर देना एप्पल की दूरदर्शिता को दिखाता है, जिससे उसे भू-राजनीतिक और व्यापारिक अनिश्चितताओं के बीच स्थिरता हासिल करने में मदद मिलेगी।

टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स और ताइवान की फॉक्सकॉन, दोनों ही एप्पल की “चाइना प्लस वन” रणनीति के अहम हिस्से हैं। इस रणनीति का उद्देश्य एक ही देश पर अत्यधिक निर्भरता घटाकर उत्पादन का नया संतुलन बनाना है। वहीं, भारत सरकार की मेक इन इंडिया पहल के साथ यह विस्तार पूरी तरह मेल खाता है, जिसका मकसद देश को उच्च मूल्य वाले इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण का वैश्विक केंद्र बनाना है।

अमेरिकी बाज़ार के लिए आईफोन उत्पादन का विस्तार भारत के इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र के लिए एक अहम मोड़ साबित हो रहा है। यह न केवल भारत की बढ़ती क्षमता को दर्शाता है, बल्कि यह भी साबित करता है कि देश अब विश्व स्तरीय प्रौद्योगिकी कंपनियों के लिए बड़े पैमाने पर उच्च गुणवत्ता वाला विनिर्माण संभालने में सक्षम हो चुका है। - UNA

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