18 फरवरी, 2025 (UNA) : टेस्ला ने भारत में अपने परिचालन के लिए महत्वपूर्ण भर्ती अभियान शुरू किया है। मुंबई और दिल्ली सहित प्रमुख शहरों में 13 पदों के लिए भर्ती की जा रही है। हाल ही में टेस्ला के सीईओ एलन मस्क और भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच हुई बैठक के बाद यह कदम उठाया गया है। इस फैसले से संकेत मिलता है कि टेस्ला भारत में अपनी मौजूदगी बढ़ाने के लिए पूरी तरह तैयार है।
टेस्ला की भर्ती और भारत में संभावित लॉन्च
टेस्ला ने भारत में सेवा तकनीशियन, ग्राहक जुड़ाव प्रबंधक और डिलीवरी ऑपरेशंस विशेषज्ञ जैसे कई पदों के लिए भर्ती प्रक्रिया शुरू की है। इन पदों की भर्ती से संकेत मिलता है कि कंपनी जल्द ही भारत में अपने संचालन को गति देने की योजना बना रही है।
भारत में प्रवेश को लेकर टेस्ला की योजनाएं पहले भी चर्चा में रही हैं, लेकिन ऊंचे आयात शुल्क और स्थानीय निर्माण आवश्यकताओं के कारण अब तक इसमें देरी होती रही। हालांकि, हाल ही में भारत सरकार ने कुछ नीतिगत बदलाव किए हैं, जिनमें लक्जरी इलेक्ट्रिक वाहनों पर कस्टम ड्यूटी में कटौती शामिल है। इन बदलावों से भारत का EV बाजार टेस्ला के लिए और अधिक आकर्षक बन गया है।
सामरिक दृष्टिकोण और संभावित रणनीति
टेस्ला की यह घोषणा ऐसे समय में आई है जब अमेरिका-भारत व्यापार संबंधों में मजबूती देखी जा रही है। मोदी और मस्क के बीच हुई चर्चाओं में प्रौद्योगिकी और मोबिलिटी सहित कई महत्वपूर्ण विषय शामिल थे। विशेषज्ञों का मानना है कि टेस्ला शुरू में अपने वाहन आयात कर सकती है और भारतीय बाजार की मांग को देखते हुए बाद में स्थानीय उत्पादन की योजना बना सकती है।
भारत में EV बाजार और टेस्ला की संभावित प्रतिस्पर्धा
भारत में EV बाजार तेजी से बढ़ रहा है, हालांकि यह अभी भी चीन की तुलना में काफी छोटा है। घरेलू वाहन निर्माता जैसे टाटा मोटर्स और महिंद्रा एंड महिंद्रा पहले से ही अपने इलेक्ट्रिक वाहन पोर्टफोलियो को मजबूत कर रहे हैं। ऐसे में टेस्ला का प्रवेश मौजूदा बाजार संतुलन को बदल सकता है।
रिपोर्ट्स के अनुसार, टेस्ला भारत में $25,000 (करीब 20 लाख रुपये) से कम कीमत वाली किफायती इलेक्ट्रिक कार लॉन्च करने पर विचार कर रही है। यदि ऐसा हुआ तो यह देश के EV बाजार में गेम-चेंजर साबित हो सकता है और टेस्ला को एक मजबूत प्रतिस्पर्धात्मक बढ़त मिल सकती है।
निष्कर्ष
टेस्ला की भारत में बढ़ती गतिविधियां यह संकेत देती हैं कि कंपनी अब अपने लंबे समय से लंबित भारत प्रवेश को लेकर गंभीर है। हालांकि, उसे अभी भी भारतीय बाजार में मौजूद प्रतिस्पर्धा और नियामकीय चुनौतियों का सामना करना होगा। अब देखना दिलचस्प होगा कि टेस्ला आने वाले महीनों में भारत में अपनी रणनीति को कैसे आगे बढ़ाती है। - UNA