18 फरवरी 2025 (UNO) : बदलेपुर के एक स्कूल में हाल ही में हुए यौन शोषण मामले की जांच से कई चौंकाने वाले खुलासे सामने आए हैं। महाराष्ट्र के मंत्री दीपक केसरकर ने बताया कि स्कूल के 15 दिनों के सीसीटीवी फुटेज गायब हैं। इसने घटना के महत्वपूर्ण सबूतों के गायब होने को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं, जिसके बाद पुलिस ने इस मामले में जांच शुरू कर दी है।
महाराष्ट्र स्कूल शिक्षा विभाग की एक समिति ने यह पाया कि स्कूल के ज्यादातर सीसीटीवी कैमरे खराब थे, और जो काम कर रहे थे, उन्होंने भी घटना के आसपास के समय की कोई रिकॉर्डिंग नहीं की। इसके अलावा, समिति ने यह भी जांच की कि स्कूल ने कर्मचारियों की पृष्ठभूमि की जांच नहीं की थी और घटना की रिपोर्टिंग में भी काफी देरी की गई। स्कूल के कई कर्मचारियों पर POCSO (यौन शोषण से बच्चों का संरक्षण) अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज करने की सिफारिश की गई है। इन कर्मचारियों पर घटना की रिपोर्टिंग में देरी करने और जानकारी छिपाने का आरोप है।
राज्य सरकार ने पीड़ितों के लिए मुआवजे की घोषणा की है, जिसमें एक पीड़ित को ₹10 लाख और दूसरे को ₹3 लाख दिए जाएंगे, साथ ही उनकी शैक्षिक खर्चे भी स्नातक तक उठाए जाएंगे। बॉम्बे हाई कोर्ट ने इस मामले में फास्ट ट्रैक ट्रायल की आवश्यकता पर जोर दिया है, क्योंकि पीड़ित बच्चे काफी कम उम्र के हैं। कोर्ट ने पुलिस की कार्रवाई में देरी पर भी नाराजगी जताई है, खासकर एफआईआर दर्ज करने में हुए विलंब पर।
इस घटना ने स्कूलों में बच्चों की सुरक्षा और शैक्षिक संस्थानों की जिम्मेदारियों पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।- UNO