नोएडा, उत्तर प्रदेश (UNA) : नोएडा पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने एक सेक्सियर्टेड लोन फ्रॉड रैकेट का पर्दाफाश किया है। अपनी जांच में टीम ने पाया कि यह गिरोह फर्जी आधार-पैन कार्ड, नकली वेतन के दस्तावेज़ और शैल कंपनियों के सहारे विभिन्न बैंकों से घर और पर्सनल लोन ले रहा था। इस धोखाधड़ी की राशि लगभग ₹100 करोड़ बताई जा रही है।
पुलिस ने इस मामले में 8 आरोपियों — जिनमें पूर्व बैंक अधिकारी और बिल्डरों के सहयोगी भी शामिल थे — को गिरफ्तार किया है। जांच में करीब 220 बैंक खाते फ्रीज़ किए गए हैं और फर्जी दस्तावेज, पासबुक, ATM-कार्ड, कई कंपनियों के रिकॉर्ड जब्त किए गए हैं। आरोपियों ने फर्जी ब्योरे के साथ लोन मंजूर कराकर फिर उन पैसों को विभिन्न शैल कंपनियों और अचल सम्पत्तियों में निवेश कर मनी लॉन्ड्रिंग की कोशिश की थी।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि यह रैकेट सिर्फ नोएडा तक सीमित नहीं था — इनके नेटवर्क ने कई राज्यों में काम किया था। अब पूरे फ्रॉड स्कीम की जांच जारी है, ताकि इस धोखाधड़ी के सभी लिंक और लाभार्थियों का पता लगाया जा सके। यह मामला बैंकों की वेरिफिकेशन प्रक्रिया मजबूत करने की जरूरत को फिर उजागर करता है। - UNA















