अडानी पावर को Q1 में 13.5% मुनाफे की गिरावट, बोर्ड ने 1:5 स्टॉक स्प्लिट को दी मंजूरी01 Aug 25

अडानी पावर को Q1 में 13.5% मुनाफे की गिरावट, बोर्ड ने 1:5 स्टॉक स्प्लिट को दी मंजूरी

नई दिल्ली (UNA) : – भारत के सबसे बड़े निजी क्षेत्र के बिजली उत्पादकों में से एक, अदानी पावर लिमिटेड ने वित्तीय वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही के लिए अपने समेकित शुद्ध लाभ में 13.5% की year-on-year गिरावट की घोषणा की है। इसके साथ ही, कंपनी के बोर्ड ने 1:5 के अनुपात में अपने स्टॉक को विभाजित करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है, जिसका उद्देश्य liquidity को बढ़ाना और इसके शेयरों को खुदरा निवेशकों के लिए अधिक सुलभ बनाना है।


वित्तीय प्रदर्शन और स्टॉक विभाजन का निर्णय


30 जून, 2024 को समाप्त हुई तिमाही के लिए, कंपनी ने ₹3,385 करोड़ का शुद्ध लाभ दर्ज किया। यह पिछले वित्तीय वर्ष की इसी तिमाही में दर्ज किए गए ₹3,913 करोड़ के लाभ से एक कमी है। ये परिणाम बिजली क्षेत्र के सामने dynamic परिचालन और बाजार की स्थितियों को दर्शाते हैं, जिसमें fluctuating fuel costs और regulatory landscapes शामिल हैं।

कंपनी के निदेशक मंडल ने कंपनी के इक्विटी शेयरों के उप-विभाजन (stock split) के लिए अपनी हरी झंडी दे दी है। अनुमोदित 1:5 स्टॉक विभाजन का मतलब है कि प्रत्येक मौजूदा इक्विटी शेयर, जिसका वर्तमान में face value ₹10 है, को ₹2 के नए face value वाले पांच इक्विटी शेयरों में विभाजित किया जाएगा।

अपनी नियामक फाइलिंग में, अदानी पावर ने कहा कि स्टॉक विभाजन का प्राथमिक उद्देश्य "कंपनी के इक्विटी शेयरों की liquidity को बढ़ाना और कंपनी के इक्विटी शेयरों को अधिक affordable बनाकर छोटे निवेशकों की व्यापक भागीदारी को प्रोत्साहित करना है।"


बाजार का दृष्टिकोण और भविष्य की दिशा


स्टॉक विभाजन जैसे कॉर्पोरेट actions कंपनी के fundamental valuation को नहीं बदलते हैं, बल्कि बकाया शेयरों की संख्या में वृद्धि करते हैं जबकि प्रति शेयर कीमत को आनुपातिक रूप से कम करते हैं। इससे अक्सर trading volumes में वृद्धि होती है और shareholder base का विस्तार हो सकता है।

स्टॉक विभाजन का प्रस्ताव अब shareholders और संबंधित नियामक authorities से आवश्यक approvals के अधीन है। कंपनी उचित समय में विभाजन के लिए record date की घोषणा करेगी, जो subdivided शेयरों को प्राप्त करने के लिए पात्र shareholders को निर्धारित करेगी।

बाजार विश्लेषक अब बारीकी से देख रहे हैं कि moderated quarterly profits और forward-looking stock split का संयोजन निवेशक sentiment को कैसे प्रभावित करेगा। जबकि लाभ में गिरावट scrutiny को आकर्षित कर सकती है, share liquidity बढ़ाने का बोर्ड का निर्णय कंपनी के दीर्घकालिक विकास trajectory में confidence का संकेत देता है। आगामी trading sessions में अदानी पावर के स्टॉक का प्रदर्शन इन dual announcements पर बाजार की प्रतिक्रिया का एक प्रमुख संकेतक होगा। - UNA

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देश की अग्रणी निजी बिजली उत्पादक कंपनियों में से एक, अडानी पावर लिमिटेड ने वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही में अपने समेकित शुद्ध लाभ में 13.5% की साल-दर-साल गिरावट दर्ज की है। कंपनी ने यह जानकारी सोमवार को अपने तिमाही नतीजों के साथ साझा की। मुनाफे में आई इस गिरावट के बीच कंपनी ने एक और बड़ा फैसला लिया है — अडानी पावर के बोर्ड ने अपने शेयरों को 1:5 के अनुपात में विभाजित (Stock Split) करने की मंजूरी दे दी है। इस फैसले का उद्देश्य स्टॉक को छोटे निवेशकों के लिए अधिक सुलभ बनाना और बाजार में तरलता (liquidity) को बढ़ाना है। विश्लेषकों का मानना है कि यह स्टॉक स्प्लिट कंपनी के शेयरों को और अधिक आकर्षक बना सकता है, खासतौर पर रिटेल निवेशकों के लिए जो उच्च मूल्य वाले शेयरों में निवेश से कतराते हैं। हालांकि, कमाई में गिरावट के पीछे बढ़ती लागत और उत्पादन में अस्थायी बाधाओं को संभावित कारण माना जा रहा है।