नई दिल्ली (UNA) : – अमेरिका द्वारा ‘द रेज़िस्टेंस फ्रंट’ (TRF) को विशेष रूप से नामित वैश्विक आतंकवादी संगठन (Specially Designated Global Terrorist - SDGT) घोषित करने के फैसले का भारत ने औपचारिक रूप से स्वागत किया है। भारत ने इस कदम को आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक सहयोग को मज़बूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल बताया है।
विदेश मंत्रालय (MEA) ने एक आधिकारिक बयान में कहा,
“हम TRF को आतंकवादी संगठन घोषित करने के अमेरिका सरकार के फैसले का स्वागत करते हैं। यह भारत और अमेरिका की साझा ‘ज़ीरो टॉलरेंस’ नीति का प्रमाण है और दोनों देशों के बीच सुरक्षा सहयोग को और मजबूत करेगा।”
अमेरिका ने TRF और उसके कमांडर को ठहराया वैश्विक खतरा
अमेरिकी विदेश विभाग के इस फैसले के तहत TRF की अमेरिका में मौजूद संपत्तियों को जब्त किया जाएगा और अमेरिकी नागरिकों को उससे किसी भी प्रकार का लेनदेन करने से प्रतिबंधित किया गया है। इसके अलावा TRF के प्रमुख शेख सज्जाद गुल को भी "वैश्विक आतंकवादी" घोषित किया गया है।
जम्मू-कश्मीर से जुड़ा संगठन, लश्कर-ए-तैयबा से है संबंध
TRF का उदय अगस्त 2019 में अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद हुआ था। यह संगठन जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबलों और आम नागरिकों पर कई हमलों की ज़िम्मेदारी ले चुका है। भारतीय और अमेरिकी खुफिया एजेंसियों के अनुसार, TRF दरअसल पाकिस्तान आधारित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (LeT) का ही एक नया मुखौटा है, जिसे पहले से ही संयुक्त राष्ट्र, अमेरिका और भारत ने आतंकवादी संगठन घोषित किया हुआ है।
अमेरिकी विदेश विभाग ने यह भी बताया कि TRF आतंकवादी गतिविधियों में संलिप्त है — जैसे कि युवाओं की भर्ती, फंडिंग जुटाना और हमलों को अंजाम देना — जिससे उसका उद्देश्य क्षेत्र में हिंसा फैलाना है।
भारत पहले ही कर चुका है प्रतिबंध
भारत ने भी इसी साल की शुरुआत में TRF को अपने "गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम" (UAPA) के तहत प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन घोषित किया था। अब अमेरिका के समानांतर इस कदम से भारत और अमेरिका के बीच सुरक्षा रणनीतियों में बढ़ती समानता और समन्वय को बल मिला है।
सामरिक साझेदारी का ठोस प्रमाण
रक्षा और रणनीति विशेषज्ञों का मानना है कि यह फैसला भारत-अमेरिका रणनीतिक साझेदारी की मजबूती का प्रमाण है। दोनों देश अब दक्षिण एशिया में सक्रिय आतंकी संगठनों के वित्तीय और लॉजिस्टिक नेटवर्क को निष्क्रिय करने के लिए संयुक्त और समन्वित कार्रवाई कर रहे हैं।
TRF पर अंतरराष्ट्रीय कार्रवाई यह दिखाती है कि भारत और अमेरिका आतंकवाद के मुद्दे पर न केवल सैद्धांतिक, बल्कि ठोस और व्यावहारिक कदम उठा रहे हैं। यह सहयोग आने वाले समय में क्षेत्रीय सुरक्षा के लिए निर्णायक साबित हो सकता है। - UNA