बेंगलुरु, (UNA) : बेंगलुरु पुलिस ने साइबर अपराध के बड़े मामले में 30 वर्षीय महिला रिने जोशिल्डा को गिरफ्तार किया है। जोशिल्डा, एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर, पर आरोप है कि उसने भारत भर के स्कूलों और शैक्षिक संस्थानों में बॉम्ब-होक्स ईमेल भेजने का अभियान चलाया, जिसमें बेंगलुरु और मैसूर के स्कूल भी शामिल हैं।
पुलिस के अनुसार, जून 2025 में शुरू हुए इस अभियान में उसने कम से कम 21 स्कूलों को धमकी भरे ईमेल भेजे, जिससे अपने एक पुरुष सहकर्मी को फंसाने का प्रयास किया गया, जिसने उसके रोमांटिक प्रस्ताव को ठुकराया था। उसने कई ईमेल अकाउंट्स, वर्चुअल मोबाइल नंबर, VPN और “Get Code” जैसी ऐप्स का इस्तेमाल कर अपनी पहचान छिपाई।
इन धमकियों के कारण कई कैंपस को खाली कराना पड़ा और बम निरोधक दस्ते व पुलिस को बड़ी मात्रा में तैनात करना पड़ा। सौभाग्य से किसी भी विस्फोटक की खोज नहीं हुई, लेकिन संस्थानों में तनाव और अफरा-तफरी मची।
अधिकारियों ने सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम और भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं के तहत कई मामले दर्ज किए हैं। जांच जारी है कि क्या उसने अकेले यह कार्य किया या उसके साथी भी थे।
जोशिल्डा को अहमदाबाद सेंट्रल जेल से 28 अक्टूबर को गिरफ्तार कर बेंगलुरु लाया गया और तीन दिन पूछताछ के बाद हिरासत में रखा गया। उसने बेंगलुरु के अलावा मैसूर, चेन्नई और गुजरात में होक्स ईमेल भेजने की बात कबूल की।
बेंगलुरु पुलिस के नॉर्थ डिवीजन साइबर क्राइम यूनिट द्वारा इस मामले की जांच की जा रही है, जिसमें IP एड्रेस, ईमेल हेडर और वर्चुअल मोबाइल नंबर का डिजिटल फॉरेंसिक विश्लेषण शामिल है।
इस घटना ने यह उजागर किया है कि व्यक्तिगत विवाद किस प्रकार सार्वजनिक सुरक्षा के लिए खतरा बन सकते हैं और साइबर-फॉरेंसिक क्षमताओं की आवश्यकता को रेखांकित किया है। - UNA
















