नई दिल्ली, (UNA) : नई पीढ़ी की उन्नत दवाएं कोलेस्ट्रॉल, फैटी लिवर और किडनी से संबंधित बीमारियों के उपचार में चिकित्सा जगत के लिए आशाजनक विकल्प बनकर उभर रही हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि ये दवाएं पारंपरिक उपचारों की तुलना में अधिक लक्षित तरीके से काम करती हैं और मरीजों को तेजी से राहत प्रदान करने की क्षमता रखती हैं।
कोलेस्ट्रॉल नियंत्रण के लिए विकसित किए जा रहे नए एजेंट — जैसे PCSK9 inhibitors और siRNA-आधारित थेरेपी — शरीर में LDL स्तर को काफी हद तक कम कर सकते हैं, जिससे हृदय रोग का जोखिम घटता है। वहीं, फैटी लिवर के लिए तैयार की जा रही दवाएं लिवर में सूजन, वसा संचय और फाइब्रोसिस को सीधे निशाना बनाती हैं।
किडनी रोग के इलाज में भी SGLT2 inhibitors और नई एंटी-इंफ्लेमेटरी दवाएं मरीजों में रोग की प्रगति धीमी करने में प्रभावी साबित हो रही हैं। विशेषज्ञों ने कहा कि इन दवाओं के व्यापक उपयोग से पहले और अध्ययन आवश्यक हैं, लेकिन शुरुआती परिणाम काफी उत्साहजनक हैं। - UNA















