न्यूयॉर्क (UNA) : वैश्विक कमोडिटी बाजार अगले सप्ताह अमेरिका से आने वाले दो प्रमुख आर्थिक संकेतकों—नॉन-फार्म पेरोल्स रिपोर्ट और फेडरल ओपन मार्केट कमेटी (FOMC) मिनट्स—की प्रतीक्षा कर रहा है। विश्लेषकों का कहना है कि दोनों आंकड़े निवेशकों के लिए ब्याज दरों और मांग की दिशा समझने में निर्णायक भूमिका निभाएंगे।
बाजार विशेषज्ञों के अनुसार, यदि रोजगार वृद्धि उम्मीद से अधिक रहती है, तो डॉलर मजबूत हो सकता है, जिससे सोना और अन्य कीमती धातुओं पर दबाव बढ़ेगा। वहीं कमजोर जॉब डेटा कमोडिटी को समर्थन दे सकता है क्योंकि यह फेड के संभावित नरम रुख का संकेत माना जाएगा।
ऊर्जा बाजार भी इन आर्थिक संकेतकों से प्रभावित होगा। तेल व्यापारियों का मानना है कि मांग संबंधी संकेत और आर्थिक गतिविधि के अनुमान आने वाले हफ्ते के मूल्य रुझानों को निर्धारित करेंगे।
ट्रेडिंग फर्मों का आकलन है कि निवेशकों को अस्थिरता के लिए तैयार रहना चाहिए, क्योंकि दोनों आर्थिक रिपोर्टें बाजार की दिशा पर सीधा असर डाल सकती हैं। - UNA
















