चेन्नई, भारत (UNA) : भारत की प्रमुख वाणिज्यिक वाहन निर्माता Ashok Leyland ने इस बार अपनी उम्मीदें साफ कर दी हैं कि वित्त वर्ष की दूसरी छमाही (H2) में उन्हें मजबूत वॉल्यूम वृद्धि देखने को मिल सकती है। कंपनी के प्रबंधन ने कहा है कि हाल में जीएसटी दरों में कटौती आने और सरकार द्वारा इंफ्रास्ट्रक्चर पर खर्च बढ़ाने से उनकी मांग बढ़ सकती है।
कंपनी के एमडी एवं सीईओ ने कहा कि “जीएसटी सुधार सिर्फ वाहन की कीमतें कम नहीं करेगा, बल्कि समग्र खपत और लदान-यात्रा (freight traffic) को भी बढ़ावा देगा”। यह दोनों बातें मिलकर पुराने भारी वाहन बेड़ों के बदलने की प्रक्रिया को गति दे सकती हैं क्योंकि भारत में मध्यम-भारी व भारी वाणिज्यिक वाहनों (MHCV) का औसत आयु लगभग 10 वर्ष के आसपास है और इसे कम करने का अवसर है।
Ashok Leyland ने यह भी बताया कि प्लांट उपयोग दर में सुधार हुआ है, जिससे मौजूदा उत्पादन में अधिक कुशलता आई है। इसके अलावा, कंपनी ने सेवा नेटवर्क बढ़ाने और नए उत्पाद तथा क्षमता विस्तार पर भी जोर दिया है। इन सभी कदमों का मकसद है आने वाले समय में बढ़ती मांग का लाभ उठाना।
कंपनी का मानना है कि अगर मांग बढ़ती है तो H2 में वॉल्यूम-बुस्ट संभव है और इस तरह से वित्त वर्ष के लिए समग्र प्रदर्शन बेहतर हो सकता है। - UNA
12 Nov 25Ashok Leyland को H2 में वृद्धि की उम्मीद—GST कटौती और सरकार की इंफ्रा-खर्च से
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