नई दिल्ली, भारत (UNA) : कड़े अमेरिकी प्रतिबंधों के बीच भारत ने अक्टूबर में रूस से लगभग 2.9 अरब डॉलर मूल्य का कच्चा तेल खरीदा, जिससे वह चीन के बाद रूस का दूसरा सबसे बड़ा तेल खरीदार बना हुआ है। यह आयात ऐसे समय में बढ़ा है जब अमेरिका ने रूस की प्रमुख तेल कंपनियों पर नए दंडात्मक प्रतिबंध लागू किए हैं।
प्रतिबंधों के असर के चलते कुछ भारतीय रिफाइनरों ने रूसी तेल की खरीद अस्थायी रूप से रोक दी है, लेकिन कई अन्य रिफाइनर अभी भी लागत लाभ को देखते हुए रूस से सीमित मात्रा में आयात जारी रखे हुए हैं। अधिकारियों का कहना है कि रूस द्वारा दिए जा रहे आकर्षक डिस्काउंट ने आयात को प्रतिस्पर्धी बनाए रखा है।
ऊर्जा विशेषज्ञों का मानना है कि यदि भारत को अन्य बाजारों से अधिक महंगे स्रोतों की ओर जाना पड़ा, तो उसकी कुल आयात लागत बढ़ सकती है। हालांकि, सरकार का फोकस फिलहाल ऊर्जा सुरक्षा बनाए रखने और अंतरराष्ट्रीय दबाव के बीच संतुलन साधने पर है। - UNA















