2027 यूपी चुनाव से पहले बीजेपी–RSS की बड़ी रणनीति, जातीय खाई पाटने की कवायद तेज05 Dec 25

2027 यूपी चुनाव से पहले बीजेपी–RSS की बड़ी रणनीति, जातीय खाई पाटने की कवायद तेज

लखनऊ, उत्तर प्रदेश (UNA) : 2027 के विधानसभा चुनावों से पहले बीजेपी और आरएसएस ने उत्तर प्रदेश में सामाजिक समीकरण मजबूत करने की दिशा में बड़े पैमाने पर रणनीतिक गतिविधियां तेज कर दी हैं। संगठन का मुख्य फोकस उन वर्गों तक पहुंच बढ़ाने पर है, जहां पिछले वर्षों में राजनीतिक प्रतिस्पर्धा के चलते जातीय अंतर स्पष्ट दिखाई दिए थे।

पार्टी से जुड़े सूत्रों के अनुसार, यह पहल मुख्य रूप से ओबीसी, दलित और पिछड़े समुदायों के बीच भरोसा बढ़ाने और संवाद को गहरा करने पर केंद्रित होगी। इसके लिए गांवों और शहरी वार्ड स्तर पर संयुक्त बैठकें, संपर्क अभियान और सामाजिक समन्वय कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं।

आरएसएस के सहयोग से चल रही इस कवायद का उद्देश्य प्रदेश में एकीकृत सामाजिक आधार तैयार करना है, ताकि चुनावी मुकाबले में किसी भी प्रकार का जातीय ध्रुवीकरण बीजेपी के खिलाफ न जाए। वहीं, पार्टी नेताओं का मानना है कि यह प्रयास केवल चुनावी रणनीति नहीं, बल्कि समाज के विभिन्न वर्गों के बीच विश्वास बढ़ाने का दीर्घकालिक अभियान भी है। - UNA

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