पटना (UNA) : 243-सदस्यीय बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में NDA ने अभूतपूर्व रूप से जीत दर्ज की है—अभी तक की सूचनाओं के अनुसार उन्हें लगभग 200 से अधिक सीटों पर बढ़त मिली है। इसकी पृष्ठभूमि में है मुख्यमंत्री Nitish Kumar के नेतृत्व में गठबंधन की रणनीति, विकास-वाद की छवि व व्यापक सामाजिक-मोहिम। इसके विपरीत, MGB को उसके इतिहास में सबसे निम्न सीट-कुल का सामना करना पड़ा है।
प्रशांत किशोर की Jan Suraaj पार्टी, जिसे बदलाव-आशा के साथ उतारा गया था, पूरी तरह फ्लॉप साबित हुई—शून्य सीटों से विजयी होकर कोई प्रभाव नहीं दिखा। राजनीतिक विश्लेषक इसे ‘गोल्डन डक’ कह रहे हैं। इस चुनाव में महिलाएं, आर्थिक पिछड़े वर्ग (EBC) व जातिगत अलायंस ने प्रबल भूमिका निभाई। खासतौर पर महिलाएं, जिनके लिए विशेष कल्याण-स्कीम चली थीं, वे निर्णायक बनीं।
साथ ही, NSE अक्सर देखा गया कि MGB के पारंपरिक जातिगत वोट बैंक (यादव-मुस्लिम) में उम्मीद के अनुरूप पलटाव नहीं हुआ; वहीं NDA ने मुस्लिम-बहुल सीटों में भी उम्मीद से बेहतर बढ़त ली। परिणामस्वरूप, इस चुनाव ने केवल संख्या-कहानी नहीं बल्कि बिहार राजनीति के समीकरण में बड़े बदलाव का संकेत भी छोड़ा है। - UNA
15 Nov 25बिहार चुनाव परिणाम 2025: NDA की डबल-सेंचुरी, MGB का सबसे निम्न स्तर, PK की ‘गोल्डन डक’
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