नई दिल्ली, भारत (UNA) : भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने संकेत दिया है कि नवंबर माह के दौरान देश के अधिकांश हिस्सों में अधिकतम तापमान सामान्य से कम रहने की संभावना है, जिससे एक सामान्य से ठंडा मौसम बनता हुआ दिखाई दे रहा है। साथ ही विभाग ने यह भी बताया है कि वर्तमान जलवायु पैटर्न ला नीना (La Niña) दिसंबर 2025 से फरवरी 2026 तक जारी रह सकता है, जबकि जनवरी से मार्च के बीच इसके ENSO-न्यूट्रल चरण में बदलने की लगभग 55 प्रतिशत संभावना है।
जलवायु विशेषज्ञों के अनुसार, ला नीना या ला नीना जैसी वायुमंडलीय परिस्थितियाँ भारत के कई हिस्सों, विशेषकर उत्तर और मध्य क्षेत्रों में, दिन के समय तापमान को कम करने में सहायक होती हैं। प्रशांत महासागर के ठंडे समुद्री सतह तापमान के कारण बादल, नमी और शीतलता बढ़ जाती है, जिससे अधिकतम तापमान में गिरावट देखी जाती है। IMD की ताज़ा चेतावनी इसी प्रवृत्ति की ओर इशारा करती है और कृषि समेत आम नागरिकों को हल्के ठंडे मौसम के लिए तैयार रहने की सलाह देती है।
हालांकि विभाग ने अभी तक सभी राज्यों के लिए विस्तृत आंकड़े सार्वजनिक नहीं किए हैं, लेकिन प्रारंभिक मौसम परामर्शों में बताया गया है कि यह ठंडा पैटर्न उत्तर भारतीय मैदानों, उत्तर-पश्चिम भारत और मध्य भारत के आस-पास के क्षेत्रों में अधिक स्पष्ट रहेगा, जबकि दक्षिण भारत में भी तापमान सामान्य से थोड़ा कम रहने की संभावना है। चूंकि 2026 की शुरुआत में ला नीना से ENSO-न्यूट्रल की ओर संक्रमण की उम्मीद है, विशेषज्ञों का कहना है कि आने वाले महीनों में मौसम पैटर्न में बदलाव और अनिश्चितता बढ़ सकती है।
IMD जल्द ही तापमान और वर्षा में क्षेत्रवार असामान्यताओं को लेकर विस्तृत बुलेटिन जारी करेगा। इस बीच, विशेषज्ञों और राज्य आपदा प्रबंधन इकाइयों ने नागरिकों और किसानों को सलाह दी है कि वे ठंडे नवंबर की संभावनाओं को ध्यान में रखते हुए बुवाई कैलेंडर, हीटिंग आवश्यकताओं और बाहरी गतिविधियों की योजना में आवश्यक समायोजन करें। – UNA
















