छिंदवाड़ा, मध्य प्रदेश (UNA) : छिंदवाड़ा जिले में एक गंभीर स्वास्थ्य संकट उत्पन्न हो गया है, जहां कथित रूप से दूषित Coldrif कफ सिरप पीने के बाद पिछले सप्ताह में दस बच्चों की मौत हो गई। स्वास्थ्य अधिकारियों ने मृतकों के मामलों की तुरंत जांच शुरू कर दी है, जिन्हें ओवर-द-काउंटर दवा से जोड़ा जा रहा है।
सूत्रों के अनुसार, सभी मृतक छह साल से कम उम्र के थे और जिले के विभिन्न गांवों से थे। परिवारों ने बताया कि सिरप लेने के तुरंत बाद बच्चों में उल्टी, पेट दर्द और किडनी से जुड़ी समस्याएँ विकसित हुईं। उन्हें स्थानीय और जिला अस्पतालों में भर्ती कराया गया, लेकिन जटिलताओं के कारण सभी की मृत्यु हो गई।
जिला स्वास्थ्य विभाग ने तुरंत सतर्कता जारी की है और निवासियों एवं फार्मासियों को निर्देश दिया कि Coldrif सिरप का वितरण और उपयोग तब तक रोकें जब तक जांच पूरी नहीं हो जाती। स्वास्थ्य टीमें फार्मासियों से सैंपल इकट्ठा कर रही हैं और शेष स्टॉक जब्त किया जा रहा है।
छिंदवाड़ा के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. आलोक शर्मा ने कहा, “यह एक दिल दहला देने वाली और अत्यंत गंभीर घटना है। हमारी प्राथमिकता आगे और किसी भी क्षति को रोकना और प्रभावित परिवारों का समर्थन करना है। इस मामले की पूर्ण जांच के लिए विशेष समिति बनाई गई है।”
पुलिस ने मामला दर्ज कर स्थानीय वितरकों और स्टॉकिस्ट से पूछताछ शुरू कर दी है, ताकि संदिग्ध बैच का पता लगाया जा सके। अधिकारियों ने Coldrif सिरप के निर्माता से आधिकारिक बयान भी मांगा है।
विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि यह घटना उन वैश्विक मामलों की तरह है, जहां दूषित सिरप—कभी-कभी डाइएथिलीन ग्लाइकॉल जैसी विषाक्त सामग्री से—बच्चों में सामूहिक विषाक्तता का कारण बनता है। माता-पिता को अत्यधिक सतर्क रहने और किसी भी दवा का सेवन कराने से पहले चिकित्सक से परामर्श लेने की सलाह दी गई है।
समुदाय शोक में है, जबकि अधिकारी प्रदूषण के कारण का पता लगाने और जिम्मेदारों को सजा दिलाने के प्रयास में जुटे हैं। – UNA
















